दिवालिया हो चुकी दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड यानि DHFL के बोली लगाने वालों में अडानी ग्रुप सबसे आगे है। अडानी ग्रुप के साथ ही पीरामल इंटरप्राइजेज भी शामिल है। DFHL दिवालिया प्रक्रिया में रखी गई पहली वित्तीय कंपनी है।
विदेशी कम्पनियाँ भी ले रही दिलचस्पी
सूत्रों के हवाले से खबर है कि अमेरिका की कंपनी औक्ट्री (oaktree) और हांगकांग की कंपनी एससी लॉवी (Sc lowy) भी शामिल है। पंजाब नेशनल बैंक ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड को 3,688.58 करोड़ रुपये का फ्रॉड घोषित किया है।
कई घोटालों में है नाम
DHFL पर yes bank में भी लोन धोखाधड़ी मामलें का भी जाँच चल रहा है। कंपनी के प्रोमटर वधावन बंधू भी गिरफ्तार है और ED ने दोनों की सम्पत्ति कुर्क कर ली है। yes bank ने लोन में ED ने बैंक के पूर्व प्रमुख राणा कपूर और DHFL के प्रमोटर्स कपिल वधावन और धीरज वधावन की 2400 करोड़ की 2400 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी अटैच की है।
अडानी ग्रुप ने लगाई 40 हजार करोड़ की बोली
सूत्रों की माने तो औक्ट्री ने 20 हजार करोड़ की बोली लगाई। वही अडानी ग्रुप ने झुग्गी और पुनर्वास प्राधिकरण पोर्टफोलियो के लिए 40 हजार करोड़ की बोली लगाई है। पीरामल इंटरप्राइजेज ने DHFL के रिटेल के पोर्टफोलियो के लिए 12 हजार करोड़ की बोली लगाई।