पटना। एनडीए ने भले ही चिराग के लोजपा ने रिश्ता खत्म कर लिया हो, लेकिन भाजपा के साथ उनके रिश्ते पूरी तरह से खत्म नहीं हुए हैं। गठबंधन से अलग होने की घोषणा होने के बाद एक-एक कर कई भाजपा नेता लोजपा से जुड़ते जा रहे हैं। अब इनमें एक और नाम रेणु कुशवाहा का भी जुड़ गया है। रेणु कुशवाहा नीतीश सरकार में मंत्री रह चुकी हैं और 2015 में जदयू को छोड़ भाजपा मे शामिल हुई थी।
रेणु कुशवाहा अपने राजनीतिक जीवन में वे तीन बार विधायक और एक बार सांसद रह चुकी हैं। यही नहीं नीतीश कुमार की अगुवाई वाली बिहार सरकार में वे दो बार कैबिनेट मंत्री भी रही हैं। 1999 के संसदीय चुनाव में जदयू की रेणु कुशवाहा ने खगड़िया लोकसभा क्षेत्र से राजद के दिग्गज आरके राणा की पत्नी नयना राणा को 31,822 मतों से शिकस्त दी थी। 2009 में वे बिहार सरकार में कृषि मंत्री बनीं। इसके बाद 2010 में परिसीमन के बाद बने नये विधानसभा बिहारीगंज से चुनाव लड़ीं। इस बार भी किस्मत ने रेणु का साथ दिया और वे दिग्गज पप्पू यादव की पत्नी रंजीता रंजन को पराजित किया। उस समय उन्हें उद्योग और आपदा मंत्री बनाया गया। लेकिन 2014 में इनके पति विजय कुमार सिंह के भाजपा में जाने के बाद वे जदयू से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गईं।
अब लोजपा के साथ
गठबंधन से अलग होने के बाद अब तक भाजपा से रामेश्वर चौरसिया, संघ के नेता राजेन्द्र सिंह, बीजेपी की पूर्व विधायक और महिला आयोग की सदस्य रह चुकी उषा विद्यार्थी भी लोजपा में शामिल हो चुकी हैं। अब इनमें भाजपा की रेणु कुशवाहा का नाम जुड़ने के बाद पार्टी को मजबूती मिलती दिख रही है, वहीं एक के बाद एक कर भाजपाई नेताओं का लोजपा में जाना भी कई सवाल खडे़ कर रहा है।